PM Awas Yojana : प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी 2.0 के तहत मोदी सरकार ऐसे लोगों को होम लोन पर 4 प्रतिशत की सब्सिडी दे रही है जो आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस), निम्न आय वर्ग (एलआईजी) या मध्यम वर्ग (एमआईजी) परिवारों से आते हैं। आइए आपको विस्तार से बताते हैं कि यह पूरी योजना क्या है।
पीएमएवाई-यू 2.0
नरेंद्र मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले आम बजट में प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी (पीएमएवाई-यू) 2.0 की घोषणा की गई, जिसका मुख्य उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर, निम्न और मध्यम आय वर्ग के लोगों को पक्का घर मुहैया कराना है।
एक करोड़ घर मुहैया कराने का लक्ष्य
23 जुलाई को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि शहरी गरीब और मध्यम वर्ग के परिवारों के लिए 1 करोड़ घर बनाए जाएंगे। इसके कुछ दिन बाद केंद्रीय मंत्रिमंडल ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी।
योजना की शुरुआत
प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी की शुरुआत 2015 में हुई थी। इस योजना के तहत 1.18 करोड़ मकान स्वीकृत किए गए थे, जिनमें से 85.5 लाख से अधिक मकान बनकर तैयार हो चुके हैं और लाभार्थियों को सौंप दिए गए हैं। बाकी मकान अभी निर्माणाधीन हैं।
ब्याज सब्सिडी योजना का लाभ
इस योजना के तहत लाभार्थी को ब्याज सब्सिडी योजना का लाभ मिलता है। यह सब्सिडी आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस), निम्न आय वर्ग (एलआईजी) और मध्यम आय वर्ग (एमआईजी) परिवारों को दी जाती है।
ईडब्ल्यूएस के तहत आने वाले परिवार
वे परिवार ईडब्ल्यूएस के दायरे में आते हैं, जिनकी वार्षिक आय ₹3 लाख तक है। इस श्रेणी के लाभार्थी ब्याज सब्सिडी का लाभ पा सकते हैं।
एलआईजी के तहत आने वाले परिवार
वे परिवार निम्न आय वर्ग (एलआईजी) के दायरे में आते हैं, जिनकी वार्षिक आय ₹3 लाख से ₹6 लाख तक है। इस श्रेणी के लिए ब्याज सब्सिडी का प्रावधान भी किया गया है।
घर की कीमत सीमा
यह ब्याज सब्सिडी केवल ₹35 लाख तक की कीमत वाले घरों के लिए लागू है। ₹1.80 लाख की सब्सिडी पात्र लाभार्थियों को पुश बटन के माध्यम से 5-वर्षीय किस्तों में जारी की जाती है।