IAS Divya Tanwar: यूपीएससी की परीक्षा को देश की कठिन परीक्षाओं में से माना जाता है। आईएएस और आईपीएस अफसर बनने के लिए लाखों युवा तैयारी करते हैं, लेकिन हर साल कुछ ही उम्मीदवार कामयाब हो पाते हैं। कुछ ऐसे सफल उम्मीदवार होते हैं जिनकी सफलता की कहानी सुनकर युवाओं को प्रेरणा मिलती है।
आज हम बात कर रहे हैं आईएएस दिव्या तंवर की, जिनके पिता की बहुत जल्दी मृत्यु हो गई। उनकी माँ ने पढ़ाया और काफी सपोर्ट किया। और बिना कोचिंग के आईएएस अफसर बन गई। आईएएस दिव्या तंवर ने अपने पहले ही प्रयास में 438वीं रैंक हासिल की और आईपीएस अफसर बन गईं।
लेकिन उन्होंने ठान लिया था कि आईएएस अफसर बनना है। दिव्या ने 2022 में फिर यूपीएससी एग्जाम दिया और इस बार AIR 105 हासिल की और आईएएस अफसर बन गईं।
दिव्या मूल रूप से हरियाणा के महेंद्रगढ़ की रहने वाली है। उन्होंने सरकारी स्कूल से अपनी पढ़ाई शुरू की। उन्होंने ग्रेजुएशन की डिग्री साइंस स्ट्रीम से पूरी की। उसके बाद यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी। उनके परिवार की आर्थिक स्थिति काफी खराब थी।
साल 2011 में उनके पिता का निधन हो गया, जो कि परिवार के लिए काफी कठिन समय था। लेकिन उनकी माँ ने काफी सहायता की। दिव्या ने बिना कोचिंग ही यूपीएससी का एग्जाम क्रैक किया।