Haryana News: हरियाणा के सात जिलों के किसानों को पीएम फसल बीमा योजना का लाभ नहीं मिलेगा। क्लस्टर 2 में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लिए कोई कंपनी नहीं आई है। जिसके चलते 7 जिलों में बीमा नहीं हो पा रहा है।
हिसार में दो लाख से अधिक किसान धान, कपास, बाजरा, ग्वार आदि खरीफ फसलें बोते हैं। जिसमें 3.18 लाख एकड़ में कपास की बुवाई हो चुकी है। मानसून आते ही धान, ग्वार, बाजरा की बुवाई की जाएगी।
अगर इन फसलों को प्राकृतिक आपदा के कारण कोई नुकसान होता है तो उन्हें प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से राहत मिलने की कोई संभावना नहीं है। क्योंकि इस बार भी हिसार समेत 7 जिलों में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लिए कोई कंपनी नहीं आई है।
जानकारी के अनुसार इस योजना के तहत प्रदेश के 21 जिलों को 3 क्लस्टर में बांटकर बीमा का लाभ दिया जाता है। क्लस्टर-2 में हिसार, महेंद्रगढ़, गुरुग्राम, करनाल, अंबाला, सोनीपत, जींद हैं। क्लस्टर एक में पंचकूला, फरीदाबाद, कुरुक्षेत्र, कैथल, सिरसा, भिवानी, रेवाड़ी शामिल हैं। क्लस्टर तीन में यमुनानगर, पानीपत, पलवल, रोहतक, फतेहाबाद, झज्जर, मेवात और चरखी दादरी शामिल हैं। इन सभी जिलों में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना चल रही है।
2021-22 में जब बीमा कंपनियों को हिसार, भिवानी में 400 करोड़ से अधिक का मुआवजा देना था तो बीमा कंपनी ने क्लस्टर-2 में बीमा करने से मना कर दिया। खरीफ 2023-24 के लिए कोई कंपनी नहीं आई।
राज्य सरकार ने पिछले महीने किसानों को बीमा की वैकल्पिक सुविधा दी थी। जिसमें अधिकतर किसान आवेदन ही नहीं कर पाए। अब ऐसे में कोई भी कंपनी 2024-25 के लिए भी बीमा करने को तैयार नहीं है।