Vegetable: सातवें आसमान पर पहुंचे सब्जियों के रेट, टमाटर 130 रुपये किलो, प्याज 50 पार, जानें क्यों बढ़ रहे दाम?

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आम जनता को महंगाई का एक और बड़ा झटका लगा है। टमाटर, प्याज, हरी मिर्च, आलू जैसी कई सब्जियों के रेट आसमान छू रहे हैं। कई राज्यों में टमाटर 100 से 130 रुपये किलो बिक रहा है। राजधानी दिल्ली से लकर चंडीगढ़ तक गोभी, लौकी जैसी सब्जियों के दाम अचानक बढ़ गए हैं।

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देशभर में कहां सब्जियों के दाम अधिक हैं?
बीते एक महीने में टमाटर, आलू, प्याज जैसी सब्जियां महंगी हो गई है। उपभोक्ता मंत्रालय के पोर्टल पर मौजूद जानकारी के मुताबकि जून महीने की तुलना में इस महीने आलू 5 रुपये महंगा हो गया है। आलू की तरह प्याज की कीमतें भी आम आदमी की रुला रही है। प्याज के रटे में 10 रुपये की बढ़ोत्तरी हुई है।

टमाटर के दाम करीब 23 रुपये का इजाफा हुआ है। बीते एक महीने में आलू, प्याज और टमाटर की प्रति किलो अधिकतम कीमत क्रमश: 60 से बढ़कर 80 रुपये, 70 से बढ़कर 80 रुपये और 107 से बढ़कर 130 रुपये हो गए हैं।

किन-किन स्थानों पर बढ़े हैं सब्जियों के दाम?
राजधानी दिल्ली में पिछले महीने आलू 30 रुपये किलो बिक रही थी जो अब बढ़कर 40 रुपये हो गई है। इसी तरह टमाटर के दाम 28 से बढ़कर 55 रुपये और प्याज के दाम 32 से बढ़कर 53 रुपये प्रति किलो हो गए हैं।

5 जून को पांच ऐसे राज्य थे जहां एक किलो आलू 40 रुपये से ज्यादा के भाव से बिकी थी। अंडमान निकोबार द्वीप समूह में सबसे ज्यादा 58.33 रुपये प्रति किलो दाम था। इसके बाद केरल में 47.25 रुपये, तमिलनाडु में 45.65, पुडुचेरी में 43 और मिजोरम 40.27 रुपये प्रति किलो भाव था। वहीं हरियाणा में सबसे कम 19.5 रुपये में एक किलो आलू बिकी थी।

अब एक महीने बाद नौ राज्य ऐसे हैं जहां एक किलो आलू 40 या इससे ज्यादा का मिल रही है। ये राज्य हैं अंडमान और निकोबार, पुडुचेरी, केरल, तमिलनाडु, गोवा, महाराष्ट्र, मिजोरम, मणिपुर और दिल्ली। अंडमान और निकोबार में दाम सबसे ज्यादा 61.67 रुपये और बिहार में सबसे कम 28.03 रुपये रहा।

टमाटर के भाव कहां बढ़े?
दिल्ली में पिछले महीने 5 जून को टमाटर 28 रुपये किलो बिक रहा था जो एक महीने बाद बढ़कर 55 रुपये हो गया है। पिछले महीने सबसे महंगा टमाटर अंडमान एवं निकोबार में 76.67 रुपये किलो बिक रहा था। चार राज्य ऐसे थे जहां कीमतें 50 रुपये से ज्यादा थीं। ये राज्य थे अंडमान एवं निकोबार, मिजोरम, केरल और अरुणाचल प्रदेश। पंजाब में सबसे कम 22.79 रुपये प्रति किलो इसकी कीमत थी।

अब एक महीने बाद कई राज्यों में टमाटर शतक लगा चुका है। चार राज्य ऐसे हैं जहां कीमतें 80 रुपये से ज्यादा हैं। ये राज्य हैं अंडमान एवं निकोबार, मेघालय, मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश। अंडमान एवं निकोबार में सबसे अधिक 115.67 रुपये प्रति किलो टमाटर की कीमत है। चंडीगढ़ और मणिपुर में सबसे कम 40-40 रुपये प्रति किलो सब्जी का भाव है।

प्याज कहां महंगी हुई है?
राजधानी दिल्ली में पिछले महीने प्याज 32 रुपये किलो बिक रही थी जो अब बढ़कर 53 रुपये हो गई है। 5 जून को छह ऐसे राज्य थे जहां एक किलो प्याज 40 रुपये से ज्यादा के भाव से बिकी थी। ये प्रदेश थे मिजोरम, अंडमान एवं निकोबार, नगालैंड, सिक्किम, मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश। मिजोरम में सबसे ज्यादा 53.36 रुपये प्रति किलो दाम था। वहीं मध्य प्रदेश में सबसे कम 25.7 रुपये में एक किलो प्याज बिकी थी।

अब एक महीने बाद सात राज्यों में प्याज अर्धशतक लगा चुकी है। ये राज्य हैं अंडमान एवं निकोबार, सिक्किम, नगालैंड, मिजोरम, दिल्ली, मेघालय और मणिपुर। अंडमान एवं निकोबार में सबसे अधिक 60.67 रुपये प्रति किलो प्याज की कीमत है। राजस्थान में सबसे कम 36.68 रुपये प्रति किलो सब्जी का भाव है।

क्यों बढ़ रहे सब्जी के दाम?
मेरठ में हरी सब्जियां महंगाई की आग में जल रही हैं। फुटकर में काफी सब्जियां 100 रुपये किलो या इससे ऊपर भाव में बिक रही हैं। शनिवार को नवीन सब्जी मंडी और शहर के शारदा रोड, गढ़ रोड, पल्लवपुरम, कंकरखेड़ा शिवचौक, बागपत रोड, जेल चुंगी रोड पर फुटकर विक्रेताओं से सब्जी के भाव जाने।

नवीन मंडी के आढ़ती एवं सब्जी मंडी एसो. के संरक्षक ओमपाल सैनी का कहना है कि अगस्त माह के पहले सप्ताह यानी शिवरात्रि तक हरी सब्जियों के भाव में और उछाल आने की उम्मीद है, क्योंकि कांवड़ यात्रा के दौरान मार्ग बंद होने के चलते मंडियों में सब्जी की आवक गिर जाएगी। बारिश के कारण बेल वाली सब्जियों की पैदावार कम हो जाएगी। दूसरे शहर दिल्ली आदि शहरों से भी सब्जियां कम ही आ पाएंगी।

गढ़ रोड स्थित वैशाली के बाहर सब्जी फुटकर विक्रेता सचिन कुमार का कहना है कि थोक और फुटकर के भाव में दोगुने का अंतर इसलिए होता है कि मंडी से सब्जी अधिक वजन में तुलकर आती है और फुटकर में 100 से 250 ग्राम तक में बेचनी पड़ती है। जिसके कारण वजन घट जाता है। कुछ सब्जियां हल्की और खराब भी निकली हैं।

चंडीगढ़ में सेक्टर 26 स्थित मंडी के सब्जी विक्रेता पिंटू ने बताया कि बरसात के कारण आवक तेजी से प्रभावित हो रहा है। जो सब्जियां मंडी में कम आ रही हैं उनके दाम तेजी से बढ़ रहे हैं। वहीं गर्मी और उमस के कारण भी सब्जियां तेजी से खराब हो रही हैं। इस कारण भी मंडी में आने के बाद दाम में तेजी आ जाती है।

शिमला में सब्जी विक्रेता शेर सिंह ने बताया कि सब्जी मंडी में मांग के अनुसार कम सब्जियां आ रही हैं। बरसात की वजह से फसल खराब हो रही है, जिसके चलते सब्जियों के दाम बढ़ना शुरू हो गए हैं।

 

Avi Dulgach

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