Haryana News: विज्ञान और कंप्यूटर के छात्र अब पाठ्यक्रम की सामान्य शिक्षा के साथ व्यावहारिक ज्ञान भी लेंगे। इसके लिए इसी सत्र से STEM (विज्ञान, प्रौद्योगिकी इंजीनियरिंग और गणित) लैब स्थापित की जा रही हैं। इस खास तरह की लैब में छात्रों को कोडिंग, एआई और रोबोटिक्स जैसे कई विषय टैबलेट पर पढ़ाए जाएंगे।
15 अप्रैल से शिक्षा निदेशालय की ओर से इस सत्र में करनाल समेत प्रदेश के 13 जिलों में 50 एटीईएम लैब स्थापित करने का काम चल रहा है। करनाल में लैब स्थापित की गई हैं। सरकार इन प्रयोगशालाओं को 16-16 टैबलेट की दर से 800 टैबलेट उपलब्ध कराएगी। इस महीने के अंत तक ये टैबलेट आने की उम्मीद है। ताकि छात्र शुरुआत से ही इन पर पढ़ाई करते हुए नए प्रयोग कर सकें।
विभाग की योजना के मुताबिक, इस विशेष लैब में कक्षा 6वीं से 12वीं तक के छात्र कोडिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), रोबोटिक्स, 3डी प्रिंटिंग, ऑगमेंटेड रियलिटी टेक्नोलॉजी और ड्रोन उड़ाने में पारंगत होंगे। लैब की खासियत यह है कि इसमें फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी से जुड़ी तीनों लैब एक साथ होंगी। इसके अलावा इनमें आधुनिक उपकरण भी लगाए गए हैं, ताकि तकनीकी ज्ञान आसानी से हासिल किया जा सके।
एगिलो रिसर्च प्राइवेट लिमिटेड नामक फर्म के सहयोग से स्थापित लैब में स्कूलों के कंप्यूटर साइंस या विज्ञान या आईटी शिक्षकों को एसटीईएम लैब का नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। यह लैब करनाल जिले के राजकीय कन्या मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, रेलवे रोड करनाल, राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, घरौंडा और तरावड़ी में स्थापित की गई है। ब्यूरो
ये होंगे STEM लैब के फायदे
सक्रिय शिक्षण को प्रोत्साहित किया जाएगा और ज्ञान अधिक मूर्त और प्रासंगिक हो जाएगा।
बच्चों को महत्वपूर्ण कौशल विकसित करने की प्रक्रिया में सक्रिय रूप से शामिल होने का अवसर मिलेगा।
विविध पृष्ठभूमि और क्षमताओं वाले छात्रों को एसटीईएम से संबंधित क्षेत्रों में करियर बनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
यहां बहुत सारी लैब और टैबलेट उपलब्ध होंगी
ज़िला लैब टैबलेट
पंचकुला 05 80
अम्बाला 05 80
फ़रीदाबाद 05 80
गुरूग्राम 05 80
हिसार 05 80
सोनीपत 05 80
रोहतक 04 64
यमुनानगर 04 64
पलवल 03 48
करनाल 03 48
सिरसा 02 32
फतेहाबाद 02 32
नूह 02 32
कुल 50 800
अधिकारी के अनुसार
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में उत्कृष्टता हासिल करने के लिए, शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों में एसटीईएम प्रयोगशालाएँ स्थापित की हैं। प्रत्येक लैब में 16-16 टेबलेट दी जाएंगी। ताकि छात्र प्रयोग के दौरान इन पर भी अध्ययन कर सकें. इस महीने के अंत तक टैबलेट आने की उम्मीद है।