हरियाणा में किसानों के लिए बंपर खुशखबरी, सिरसा में खुलेगा एक्वा पार्क और जूस प्लांट, मिलेंगी ये खास सुविधाएं

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हरियाणा सरकार ने किसानों और पशुपालकों के हित में कई महत्वपूर्ण घोषणाएँ की हैं। सिरसा जिले में सफेद झींगा (White Shrimp) और मछली पालन (Fish Farming) को बढ़ावा देने के लिए एकीकृत एक्वा पार्क (Aqua Park) उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किया जाएगा। इसके साथ ही किन्नू उत्पादक किसानों को राहत देने के लिए हरियाणा एग्रो इंडस्ट्री कॉर्पोरेशन और हरियाणा डेयरी विकास सहकारी प्रसंघ लिमिटेड (Haryana Dairy Development Cooperative Federation Limited) के संयुक्त प्रयास से एक जूस प्रसंस्करण संयंत्र (Juice Processing Plant) स्थापित किया जाएगा।

किसानों को मिलेगा सीधा लाभ

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने विधानसभा में बजट पेश करते हुए इन परियोजनाओं की घोषणा की। इससे सिरसा जिले के किसानों को बड़ा लाभ मिलेगा, क्योंकि जिले में 15,000 एकड़ से अधिक क्षेत्र में किन्नू की खेती होती है। सिरसा का किन्नू देश-विदेश में निर्यात किया जाता है, खासतौर पर डबवाली क्षेत्र में इसका भरपूर उत्पादन होता है। अब जब जूस प्रसंस्करण संयंत्र यहाँ लगेगा, तो किसानों को अपनी उपज का सही मूल्य मिलेगा और अतिरिक्त आय के अवसर भी बढ़ेंगे।

झींगा पालन का विस्तार

हरियाणा में झींगा पालन (Shrimp Farming) 2001-2002 में सिरसा के बनसुधार गाँव से शुरू हुआ था। लेकिन 2017 के बाद इस क्षेत्र में यह व्यवसाय बड़े स्तर पर फैल गया है। इस क्षेत्र में सफेद झींगा उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए सरकार एक एकीकृत एक्वा पार्क (Integrated Aqua Park) स्थापित करेगी, जिससे किसानों को मछली पालन में नए अवसर मिलेंगे। इस पहल से रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।

मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य केंद्र

सरकार ने सिरसा में अति आधुनिक मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य केंद्र (Modern Mother and Child Healthcare Center) खोलने की घोषणा की है। यह केंद्र माताओं और नवजात शिशुओं की मृत्यु दर को कम करने और उनकी सेहत को बेहतर बनाने के उद्देश्य से स्थापित किया जाएगा। इसमें आधुनिक चिकित्सा सुविधाएँ उपलब्ध करवाई जाएँगी ताकि माताओं और शिशुओं को सर्वोत्तम स्वास्थ्य सेवाएँ मिल सकें।

शिक्षा में सुधार की दिशा में बड़ा कदम

शिक्षा के क्षेत्र में सरकार ने फतेहाबाद, अंबाला, कैथल, कुरुक्षेत्र, चरखी दादरी और महेंद्रगढ़ जिलों में 12 स्कूलों को डबल शिफ्ट (Double Shift) से सिंगल शिफ्ट (Single Shift) में बदलने का निर्णय लिया है। इससे स्कूलों में पढ़ाई का स्तर बेहतर होगा और बच्चों को एक स्थिर शैक्षणिक माहौल मिलेगा।

साथ ही, प्रत्येक जिले में एक राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल (Government Model Sanskriti School) को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन स्पोर्ट्स (Center of Excellence in Sports) बनाया जाएगा। इसी तरह, एक अन्य मॉडल संस्कृति स्कूल को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन स्किल्स (Center of Excellence in Skills) के रूप में विकसित किया जाएगा। इससे विद्यार्थियों को खेल और व्यावसायिक शिक्षा में बेहतरीन अवसर मिलेंगे।

हर 10 किलोमीटर में खुलेगा नया मॉडल संस्कृति स्कूल

हरियाणा सरकार ने घोषणा की है कि हर 10 किलोमीटर के दायरे में एक नया मॉडल संस्कृति स्कूल खोला जाएगा। इससे दूरदराज़ के क्षेत्रों के बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल सकेगी। सिरसा के डबवाली और फतेहाबाद के भट्टू कलां जैसे ब्लॉकों के छात्र भी इस पहल का लाभ उठा सकेंगे।

पशुपालकों के लिए खुशखबरी

पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने देसी गाय खरीदने पर मिलने वाली सब्सिडी (Subsidy) को 25,000 रुपये से बढ़ाकर 30,000 रुपये कर दिया है। पहले यह योजना केवल दो एकड़ तक की भूमि वाले किसानों के लिए थी लेकिन अब इसे एक एकड़ तक के किसानों के लिए भी लागू किया गया है। इसके अलावा, पहले 5 पशुओं के बीमा (Insurance) की सुविधा दी जाती थी जिसे अब बढ़ाकर 10 पशुओं तक कर दिया गया है।

विकास की ओर बढ़ता हरियाणा

हरियाणा सरकार की इन घोषणाओं से स्पष्ट है कि राज्य का ध्यान कृषि, पशुपालन, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार पर केंद्रित है। सिरसा में स्थापित होने वाले जूस प्रसंस्करण संयंत्र से किन्नू उत्पादकों को सीधा लाभ मिलेगा और उनके उत्पादों का सही मूल्य मिलेगा। वहीं झींगा और मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए एकीकृत एक्वा पार्क से किसानों की आमदनी बढ़ेगी।

सरकार की यह योजनाएँ न केवल किसानों और पशुपालकों को फायदा पहुँचाएँगी बल्कि पूरे राज्य के विकास को भी गति देंगी। शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों से प्रदेश की भावी पीढ़ी को उच्च गुणवत्ता वाली सुविधाएँ मिलेंगी जिससे हरियाणा का संपूर्ण विकास संभव होगा।