फतेहाबाद में कोई रेलवे स्टेशन नहीं होगा। फतेहाबाद के लोग लंबे समय से जिला मुख्यालय को रेलवे नेटवर्क से जोड़ने की मांग कर रहे हैं। राजनीतिक घोषणाओं में यहां कई बार ट्रेन की सीटी बजाई गई है।
वर्ष 2000 में प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने एमएम कॉलेज में एक जनसभा को संबोधित करते हुए फतेहाबाद को रेलवे लाइन से जोड़ने की घोषणा की थी। बाद में पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव और अशोक तंवर ने भी फतेहाबाद को रेलवे लाइन से जोड़ने की घोषणा की, लेकिन उनकी घोषणा अभी तक पूरी नहीं हुई है
अब रेल मंत्रालय ने फतेहाबाद जिला मुख्यालय को रेल नेटवर्क से जोड़ने के सर्वेक्षण को खारिज कर दिया है। सिरसा से कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा ने संसद में फतेहाबाद-आगरा-हिसार को रेल नेटवर्क से जोड़ने का मुद्दा उठाया।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जवाब दिया कि हिसार और सिरसा पहले से ही भट्टू कलां के माध्यम से भारतीय रेलवे नेटवर्क पर पूरी तरह से जुड़े हुए हैं।
फतेहाबाद-आगरा होते हुए हिसार से सिरसा तक एक सर्वेक्षण किया गया था, लेकिन सर्वेक्षण में कम यातायात अनुमानों के कारण, परियोजना को आगे नहीं बढ़ाया जा सका। रेल मंत्रालय ने फतेहाबाद मुख्यालय को रेल नेटवर्क से जोड़ने की परियोजना पर रोक लगा दी है