यमुनानगर जिले में थर्मल प्लांट का निर्माण कार्य अधर में है। हालांकि निविदा कुछ महीने पहले जारी की गई थी, लेकिन निर्माण कार्य अभी शुरू नहीं हुआ है। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल, जो हरियाणा के मुख्यमंत्री थे, ने अपने सपनों की परियोजना के प्रति लापरवाही के लिए अधिकारियों को फटकार लगाई, जिसके कारण अधिकारी अब कार्रवाई में आ गए हैं।
हरियाणा विद्युत उत्पादन निगम के प्रबंध निदेशक अशोक मीणा ने गुरुवार को कहा कि यमुनानगर में प्रस्तावित 800 मेगावाट यूनिट के नए थर्मल प्लांट के निर्माण के लिए पर्यावरण विभाग से मंजूरी लेने के लिए तेजी से काम चल रहा है।
इसके लिए सलाहकार नियुक्त किए गए हैं, जो मामले की निगरानी कर रहे हैं। जल्द ही इसकी सफाई होने की संभावना है। मंजूरी मिलते ही थर्मल प्लांट का काम शुरू हो जाएगा।
उन्होंने बताया कि यमुनानगर में 800 मेगावाट की नई इकाई क्षमता वाले दीनबंधु छोटूराम ताप विद्युत संयंत्र का निर्माण 57 महीनों में पूरा किया जाना था।
पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने फरवरी में अपने कार्यकाल के अंतिम दिनों में निर्माण के लिए भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड को 6900 करोड़ रुपये की निविदा आवंटित की थी। पूर्व मुख्यमंत्री ने हाई पावर वर्कर्स परचेज कमेटी की बैठक में यह मंजूरी दी थी।
यह स्वदेशी और आधुनिक होगा। नई इकाई की मशीन स्वदेशी और आधुनिक होगी। उनकी चिमनी और कूलिंग टावर छोटे होंगे। बिजली का उत्पादन तेजी से होगा और प्रदूषण भी कम होगा।
इसके लिए अलग से 400 केवी की लाइन बिछाई जाएगी। इससे युवाओं को रोजगार भी मिलेगा। नए संयंत्र की स्थापना के साथ जिले से 1400 मेगावाट बिजली पैदा होगी।