Haryana Diwas: आज यानि 1 नवंबर को हरियाणा दिवस है। हरियाणा के गठन को 58 वर्ष पूरे हो चुके हैं। 1 नवंबर 1966 को पंजाब से अलग होकर हरियाणा की स्थापना की गई थी। हरियाणा वीरों की भूमि रही है। कुरुक्षेत्र में ही महाभारत का युद्ध लड़ा गया था। हरियाणा दो शब्द हरी+आणा को जोड़कर बना है। हरियाणा में खेती बड़े पैमाने पर की जाती है।
ये है गठन की पूरी कहानी
हरियाणा को एक अलग राज्य बनाने की मांग सबसे पहले 1923 में स्वामी सत्यानंद द्वारा लाहौर (अब पाकिस्तान) में की गई थी। इसके बाद दीनबंधु सर छोटूराम की अध्यक्षता में मेरठ में आयोजित अखिल भारतीय छात्र सम्मेलन में भी हरियाणा को अलग राज्य बनाने की मांग उठाई गई। देशबंधु गुप्ता, पंडित नेकीराम शर्मा और पंडित श्रीराम शर्मा जैसे प्रमुख नेताओं ने अलग हरियाणा राज्य की मांग को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
1952 में हुए पहले आम चुनाव में हरियाणा क्षेत्र से चौधरी देवीलाल समेत कांग्रेस के 38 विधायक चुने गए, जिन्होंने क्षेत्र के लिए अपने प्रयासों को जारी रखा। अलग राज्य की मांग को मजबूत करने के लिए चौधरी देवीलाल और चौधरी चरण सिंह ने उत्तर प्रदेश और हरियाणा क्षेत्र के 125 विधायकों के हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन तैयार किया और इसे तत्कालीन केंद्रीय गृह मंत्री जीबी पंत को दिल्ली में सौंपा। उसके बाद हरियाणा को अलग राज्य की मान्यता मिली।
पीएम मोदी दी बधाई
इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और सीएम नायब सैनी ने बधाई दी।पीएम मोदी ने दी शुभकामनाएं। पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट की।
उन्होंने लिखा “अपनी समृद्ध ऐतिहासिक विरासत के लिए विख्यात हमारे हरियाणा ने देश के विकास में हमेशा अहम योगदान दिया है। राज्य के स्थापना दिवस पर यहां की प्रगति में भागीदार अपने सभी भाई-बहनों को हार्दिक बधाई देने के साथ ही मैं उनके सुख, समृद्धि और उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं।”
सीएम सैनी ने इस अंदाज में दी बधाई
सीएम सैनी ने बधाई देते हुए लिखा “खेत में कमाणा, दूध दही खाणा, जवान-किसान-पहलवान का ठिकाणा, देश खात्तर मर मिट जाणा। सबतै आग्गै म्हारा नॉन-स्टॉप हरियाणा” सारै हरियाणवियां नै प्रदेश के स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।”