Haryana update: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में चल रहे अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। इस दौरान उन्होंने धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएँ कीं, जिनसे न केवल कुरुक्षेत्र बल्कि पूरे क्षेत्र को लाभ होगा। सीएम नायब सैनी ने कुरुक्षेत्र के 48 कोस तीर्थ सम्मेलन में तीर्थ स्थलों के प्रमुख जनों को संबोधित किया और इस ऐतिहासिक भूमि पर धार्मिक पर्यटन को एक नई दिशा देने का वादा किया।
48 कोस तीर्थ यात्रा की घोषणा
सीएम ने ब्रज की 84 कोस यात्रा की तर्ज पर कुरुक्षेत्र में 48 कोस तीर्थ यात्रा की शुरुआत करने का ऐलान किया। यह यात्रा कुरुक्षेत्र के विभिन्न धार्मिक स्थलों को जोड़ने का काम करेगी, जिससे श्रद्धालुओं को एक ही यात्रा में इन पवित्र स्थलों का दर्शन करने का अवसर मिलेगा। यह योजना धार्मिक पर्यटन के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो कुरुक्षेत्र को और भी प्रमुख तीर्थ स्थल बना सकती है।
श्री कृष्ण सर्किट योजना
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में श्री कृष्ण सर्किट योजना का भी जिक्र किया। इस योजना के तहत महाभारत युद्ध से संबंधित 134 स्थलों को लगभग 175 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जाएगा। इन स्थलों को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने से न केवल धार्मिक महत्व बढ़ेगा, बल्कि पर्यटन क्षेत्र में भी वृद्धि होगी। इसके अलावा, ज्योतिसर में महाभारत थीम पर आधारित एक अत्याधुनिक अनुभव केंद्र का निर्माण किया जा रहा है, जिसके लिए 205 करोड़ रुपये का निवेश किया जा रहा है।
कुरुक्षेत्र में रेल सेवा और बाईपास निर्माण
सीएम नायब सैनी ने कुरुक्षेत्र को मथुरा और हरिद्वार से जोड़ने के लिए नई रेल सेवा की शुरुआत का भी ऐलान किया। यह रेल सेवा धर्मनगरी कुरुक्षेत्र के लिए एक अहम कदम साबित होगी, जिससे श्रद्धालुओं और पर्यटकों को यात्रा करने में आसानी होगी। इसके अलावा, कुरुक्षेत्र में बाईपास निर्माण की सैद्धांतिक स्वीकृति मिल चुकी है, जिससे शहर में यातायात की भीड़-भाड़ कम होगी और बेहतर कनेक्टिविटी सुनिश्चित होगी।
कुरुक्षेत्र में धार्मिक केंद्रों का विकास
धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में आस्था के अनेक केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि अब देश के विभिन्न हिस्सों से मंदिर कुरुक्षेत्र में देखने को मिलेंगे। उदाहरण के तौर पर, उत्तर भारत में श्री तिरुपति बालाजी मंदिर का निर्माण किया गया है। इसके अतिरिक्त, जीओ गीता संस्थान, अक्षरधाम मंदिर, इस्कॉन मंदिर और ज्ञान मंदिर जैसे प्रमुख धार्मिक केंद्रों का निर्माण कार्य भी चल रहा है। इन धार्मिक केंद्रों का निर्माण कुरुक्षेत्र को एक प्रमुख धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करेगा।
48 कोस तीर्थ पुस्तक और QR कोड
इस अवसर पर सीएम नायब सैनी ने 48 कोस तीर्थ पुस्तक, तीर्थ QR कोड और कुरुक्षेत्र टूर गाइड के पहले और दूसरे संस्करण का विमोचन भी किया। इस पुस्तक और QR कोड के माध्यम से पर्यटकों और श्रद्धालुओं को तीर्थ स्थलों के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त होगी, जिससे उनकी यात्रा और अधिक सुगम और जानकारीपूर्ण बन सकेगी।