निवेशकों के लिए एलजी लाएगी देश का पांचवां सबसे बड़ा आईपीओ, सेबी से मिली मंजूरी
दक्षिण कोरियाई दिग्गज कंपनी एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया (LG Electronics India) जल्द ही भारतीय शेयर बाजार में कदम रखने जा रही है। बाज़ार नियामक सेबी (SEBI) ने कंपनी के 15000 करोड़ रुपये के आईपीओ (IPO) को मंज़ूरी दे दी है। यह भारत के अब तक के सबसे बड़े आईपीओ में से एक हो सकता है।
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार कंपनी ने पिछले साल दिसंबर में सेबी को ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) प्रस्तुत किया था। यदि सब कुछ योजना के अनुसार चलता है तो यह आईपीओ साल 2025 की सबसे बड़ी इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (Initial Public Offering) में से एक बन सकता है।
भारतीय शेयर बाजार में एलजी की एंट्री
एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया के आईपीओ को लेकर निवेशकों में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है। कंपनी ने स्पष्ट किया है कि यह पूरी तरह से ऑफर-फॉर-सेल (OFS) होगा। यानी कंपनी नए शेयर जारी नहीं करेगी बल्कि इसकी मूल कंपनी एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंक. (LG Electronics Inc.) अपनी 15% हिस्सेदारी (10.18 करोड़ शेयर) बेचने जा रही है। इसका मतलब है कि इस आईपीओ से जुटाई गई रकम पूरी तरह से प्रमोटर कंपनी के पास जाएगी और एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया को कोई प्रत्यक्ष पूंजीगत लाभ नहीं होगा।
भारत में एलजी की पकड़ कितनी मजबूत?
भारतीय उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स बाज़ार में एलजी की स्थिति बेहद मजबूत है। यह कंपनी रेफ्रिजरेटर वाशिंग मशीन और माइक्रोवेव ओवन जैसे घरेलू उपकरणों की श्रेणी में नंबर वन ब्रांड है।
एयर कंडीशनर (AC) के बाजार में यह कंपनी दूसरे स्थान पर आती है जबकि टेलीविजन (TV) सेगमेंट में यह शीर्ष दो ब्रांडों में शुमार है। भारतीय ग्राहकों के बीच एलजी के उत्पादों की विश्वसनीयता और गुणवत्ता के कारण इसकी ब्रांड वैल्यू बहुत मजबूत बनी हुई है।
भारतीय शेयर बाजार का पांचवां सबसे बड़ा आईपीओ
यदि एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया का आईपीओ योजना के अनुसार लॉन्च होता है तो यह भारत का पांचवां सबसे बड़ा आईपीओ होगा। इससे पहले कुछ बड़े आईपीओ जो भारतीय बाज़ार में रिकॉर्ड बना चुके हैं वे इस प्रकार हैं:
हुंडई मोटर इंडिया (Hyundai Motor India) – ₹27870 करोड़ (अक्टूबर 2024)
एलआईसी (LIC) – ₹21008 करोड़ (मई 2022)
पेटीएम (Paytm) – ₹18300 करोड़ (नवंबर 2021)
कोल इंडिया (Coal India) – ₹15475 करोड़ (अक्टूबर 2010)
अब एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया का आईपीओ इन रिकॉर्ड्स के करीब पहुंच सकता है।
कौन संभालेगा आईपीओ की प्रक्रिया?
एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया के आईपीओ का प्रबंधन कई नामी अंतरराष्ट्रीय और भारतीय फाइनेंशियल फर्म्स द्वारा किया जा रहा है। प्रमुख बैंकों की लिस्ट में शामिल हैं:
मॉर्गन स्टेनली (Morgan Stanley)
जेपी मॉर्गन (JP Morgan)
बोफा सिक्योरिटीज (BofA Securities)
सिटी (Citi)
एक्सिस कैपिटल (Axis Capital)
ये सभी कंपनियां इस आईपीओ के सफल निष्पादन के लिए जिम्मेदार होंगी।
भारत में एलजी की फैक्ट्रियां
एलजी ने 1997 में भारतीय बाजार में कदम रखा था और तब से यह यहां का एक भरोसेमंद ब्रांड बना हुआ है। भारत में इसकी दो प्रमुख मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स हैं—
ग्रेटर नोएडा (Greater Noida UP)
पुणे (Pune Maharashtra)
कंपनी अपने 97-98% प्रोडक्ट्स भारत में ही बनाती है जिससे मेक इन इंडिया (Make in India) पहल को बढ़ावा मिलता है और देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलती है। कंपनी की योजना है कि आईपीओ के जरिए मिले अवसरों का उपयोग कर वह अपनी उत्पादन क्षमता और रिटेल नेटवर्क को और विस्तार दे सके।