Dhan Mandi Bhav : धान की कीमतों में पिछले कई दिनों से उतार-चढ़ाव जारी है। इस हफ्ते धान के बाजा में उछाल देखा गया है। धान के 1509 वेरायटी का भाव 130 रुपये बढ़ा है। धान की आवक और मांग में तेजी के चलती इसकी कीमतों में उतार-चढ़ाव हो रहा है।
आज के ताजा धान के भाव
धान की कीमतें लगातार बदलती रहती हैं, ऐसे में मंडियों की ताजा जानकारी जरूरी है ताकि किसान सही समय पर अपनी फसल बेच सकें। इस हफ्ते कई प्रमुख मंडियों में धान की कीमतें बढ़ी हैं, खासकर 1509 वेरायटी में।
मंडी का नाम धान 1509 हाथ भाव (₹) मंदी/तेजी (₹) आवक (बैग्स)
चीका मंडी 2725 मंदी 25 3000
गंगोह मंडी 2725 मंदी 5 7000
गढ़मुक्तेश्वर मंडी 2725 तेजी 5 –
नरेला मंडी 2725 तेजी 55 20000
सम्भल मंडी RH10 1925 – 2000
घरौंडा मंडी 2700 मंदी 12 5000
जहांगीराबाद मंडी 2661 मंदी 139 2000
तरावड़ी मंडी 2822 (नया) 3250 (पुराना) तेजी 22/50 13000
समालखा मंडी 2600 तेजी 79 600
डबरा मंडी 2200 – –
सोनीपत मंडी 2781 तेजी 81 1400
इंद्री मंडी 2775 मंदी 36 18000
करनाल मंडी 2720 मंदी 30 20000
टोहाना मंडी 2890 तेजी 20 –
लाडवा मंडी 2920 तेजी 70 –
रादौर मंडी 2845 मंदी 45 –
निस्संग मंडी 2650 – –
समाना मंडी 2765 – 800
पिपरिया मंडी 2920 (पूसा) – 300
कुरुक्षेत्र मंडी 2850 (कंबाइन) – –
रतिया मंडी 2751 तेजी 130 –
तरनतारन मंडी 2962 – 3000
अमृतसर मंडी 2931 तेजी 6 80000
कोटकपूरा मंडी 2655 (कंबाइन) – 80
धान की कीमतों में आई तेजी के कारण
हाल के हफ्तों में धान की कीमतों में आई इस वृद्धि के पीछे कई कारण हो सकते हैं। प्रमुख कारणों में मौसम का परिवर्तन, बुवाई का कम क्षेत्रफल, और मंडियों में फसल की कम आवक शामिल हैं। इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय बाजार में चावल की बढ़ती मांग ने भी भारतीय धान की कीमतों को प्रभावित किया है।
किसानों के लिए सुझाव
मौजूदा धान की कीमतों में तेजी को देखते हुए किसानों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी फसल बेचने से पहले विभिन्न मंडियों की कीमतों का तुलनात्मक अध्ययन करें। इससे उन्हें सही मूल्य प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
जिन मंडियों में आवक कम है, वहां धान की कीमतें अपेक्षाकृत अधिक हो सकती हैं। इसलिए, सही समय पर मंडी में फसल लाना भी फायदेमंद हो सकता है।
इस हफ्ते, खासकर धान की 1509 वेरायटी में सबसे अधिक तेजी देखी गई है, जहां कई मंडियों में कीमतें 130 रुपये तक बढ़ गई हैं। इसके साथ ही, अन्य वेरायटी जैसे पूसा, बासमती, सुगंधा, और सरबती की कीमतों में भी तेजी और मंदी का दौर देखा जा रहा है।