हरियाणा में फरलो मारने वाले गुरु-शिष्यों की खैर नहीं! SDM, BDPO रखेंगे नजर

हरियाणा में अब कॉलेज में लेट आने वाले गुरुजी और शिष्यों की क्लास लगेगी। सोमवार को जिला के प्रशासनिक अधिकारी कॉलेज में गुरु-शिष्यों की हाजिरी लेंगे। हरियाणा उच्चतर शिक्षा विभाग को पता चला कि विभाग के कुछ कर्मचारी सुबह लेट पहुंचते हैं और शाम को जल्दी चले जाते हैं। इससे अव्यवस्था का आलम पैदा हो रहा है।

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इसे देखते हुए विभाग के आयुक्त एवं सचिव मोहम्मद शाइन ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की बॉयोमेट्रिक हाजिरी लगाना अनिवार्य़ कर दिया है। इसके लिए विभाग की और से 8 जुलाई को आदेश जारी किए हैं।

 

इस मामले में प्रदेश के 3068 अधिकारियों और कर्मचारियों को उच्चतर शिक्षा विभाग के आयुक्त ने कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। अधिकारियों और कर्मचारियों ने सुबह-शाम बॉयोमेट्रिक हाजिरी लगाना शुरु किया, लेकिन बीच के समय में फरले मारने की आदत से बाज नहीं आए। इतना ही नहीं बल्कि विद्यार्थियों की हाजिरी लगाने के मामले में अनियमितताओं की शिकायत भी विभाग के पास पहुंची।

 

उच्चतर शिक्षा आयुक्त के आदेशानुसार कालेजों में एक प्राध्यापक को साढ़े पांच घंटे रुकना आवश्यक होता है। सूत्रों के अनुसार बहुत से विद्यार्थी ऐसे हैं, जो कॉलेज आते ही नहीं हैं और गुरुजी की कृपा से उनकी हाजिरी लगातार लग रही हैं। इस पर उच्चत्तर शिक्षा विभाग द्वारा जिला उपायुक्तों को पत्र लिखकर कर जांच करने व नजर रखने के आदेश दिए गए। हालांकि, एडमिशन के चलते अभी नियमित कक्षाएं नहीं लग रही हैं तथा परीक्षाएं भी सांयकालीन सत्र में हो रही हैं। यहां भी चुनिंदा प्राध्यापक ही ड्यूटी पर हैं।

 

ये होंगे कॉलेजों में मॉनिटरिंग अधिकारी

डीसी ने आदेशों में एसडीएम महेंद्रगढ़ को राजकीय महाविद्यालय, महेंद्रगढ़, एसडीएम नारनौल को राजकीय महाविद्यालय, नारनौल, एसडीएम कनीना को राजकीय महिला महाविद्यालय उन्हानि, एसडीएम नांगल चौधरी को एसएमएसडी राजकीय महाविद्यालय नांगल चौधरी का जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। सिटी मजिस्ट्रेट नारनौल को राजकीय महाविद्यालय कृष्ण नगर, तहसीलदार नारनौल को राजकीय शिक्षण महाविद्यालय नारनौल, तहसीलदार महेंद्रगढ़ को राजकीय महिला महाविद्यालय महेंद्रगढ़, तहसीलदार अटेली को राजकीय महाविद्यालय अटेली, तहसीलदार नांगल चौधरी को बीसी राजकीय महिला महाविद्यालय नांगल चौधरी की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

 

 

बीडीपीओ सतनाली को राजकीय महाविद्यालय सतनाली, बीडीपीओ अटेली को राजकीय महिला महाविद्यालय अटेली, बीडीपीओ निजामपुर को राजकीय महाविद्यालय छिलरों, बीडीपीओ सिहमा को राजकीय महाविद्यालय सिहमा, बीडीपीओ कनीना को राजकीय महाविद्यालय कनीना और बीडीपीओ नारनौल को राजकीय महिला महाविद्यालय नारनौल का जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। इन सभी अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि वो उल्लिखित कॉलेजों में लेक्चरर और छात्रों की नियमित उपस्थिति की निगरानी करेंगे।

 

जांच को पहुंचे पटवारी, लेक्चरर नाराज

डीसी का आदेश मिलते ही एसडीएम कार्यालय नारनौल की तरफ से शनिवार को दो पटवारी प्राध्यापकों और विद्यार्थियों की हाजिरी लेने के लिए राजकीय महाविद्यालय नारनौल पहुंच गए। इससे प्राध्यापकों में नाराजगी है कि सरकार उनके ग्रेड से नीचे के ग्रेड के कर्मचारियों को उनकी जांच के लिए भेज रही है। एसडीएम ने डीआरओ को हाजिरी मंगवाने को कहा और उन्होंने पटवारियों की ड्यूटी लगा दी।

 

आज उपायुक्त से करेंगे मुलाकात

नियुक्त किये गए अधिकारियों को लेकर प्राध्यापकों का प्रतिनिधिमंडल सोमवार को उपायुक्त मोनिका गुप्ता से मिलकर यह मांग रखेगा की उन्हें जांच से कोई गुरेज नही है, लेकिन उनके पद को ध्यान में रखते हुए केवल एसडीएम स्तर के अधिकारी को जांच के लिए भेजा जाए न कि उनके ग्रेड से नीचे के अधिकारी को।

 

जीसीटीए (राजकीय महाविद्यालय अध्यापक संघ) की स्थानीय शाखा के सदस्यों ने कहा कि बीडीपीओ का पद उनके समकक्ष नहीं, बल्कि नीचे है, ऐसे में अगर वो जांच अधिकारी बनकर महाविद्यालय में आते हैं तो ये प्राध्यापकों का अपमान होगा। उन्होंने दो पटवारियों के महाविद्यालय में हाजिरी लेने आने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि अभी महाविद्यालयों में दाखिला प्रक्रिया चल रही है और कक्षाएं अगस्त में शुरू होंगी ऐसे में विद्यार्थियों की हाजिरी की जांच का कोई तुक नहीं है।

 

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