वास्तु शास्त्र में मनी प्लांट को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। माना जाता है कि मनी प्लांट लगाने से आर्थिक परेशानियां दूर रहती है। घर में कभी कंगाली नहीं आती। जिस घर में मनी प्लांट लगा होता है वहां मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।
हालाँकि, मनी प्लांट लगाने के विशेष नियम हैं। वास्तु के अनुसार अगर इन नियमों का पालन न किया जाए तो घर में आर्थिक परेशानियां बढ़ने लगती हैं। आइए जानते हैं मनी प्लांट लगाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
मनी प्लांट लगाते समय इन बातों का रखें ध्यान
वास्तु में शास्त्र दिशाओं का विशेष महत्व होता है। मनी प्लांट को उत्तर-पूर्व दिशा में नहीं लगाना चाहिए। इस दिशा में मनी प्लांट स्थापित करने से परिवार के सदस्यों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता है
- मनी प्लांट को हमेशा दक्षिण-पूर्व दिशा में लगाना चाहिए। यह दिशा भगवान गणेश की दिशा मानी जाती है। इस दिशा में मनी प्लांट लगाने से घर में सुख-समृद्धि आती है।
- वास्तु के अनुसार जैसे-जैसे मनी प्लांट बढ़ता है, वैसे-वैसे घर के सदस्य भी बढ़ते हैं। ध्यान रखें कि मनी प्लांट की बेल कभी भी जमीन को नहीं छूनी चाहिए। माना जाता है कि अगर इसकी बेल गिर जाए तो आर्थिक नुकसान होता है।
- मनी प्लांट को कभी भी सूखने नहीं देना चाहिए। अगर इसकी पत्तियां सूख जाएं या पीली पड़ जाएं तो उन्हें तुरंत हटाकर बाहर फेंक दें। सूखा हुआ मनी प्लांट घर में दुर्भाग्य लाता है।
- मनी प्लांट को कभी भी घर के बाहर नहीं लगाना चाहिए। वास्तु के अनुसार इसे घर के बाहर लगाने से बाहरी लोगों का ध्यान आकर्षित होता है और मनी प्लांट का विकास रुक जाता है। इससे परिवार के सदस्यों की आर्थिक स्थिति पर असर पड़ता है। इसलिए मनी प्लांट को हमेशा घर के अंदर ही लगाना चाहिए।
- वास्तु शास्त्र के अनुसार मनी प्लांट से लेन-देन अशुभ होता है। ऐसा करने से शुक्र ग्रह कमजोर हो जाता है और व्यक्ति की सुख-सुविधाएं कम हो जाती हैं। मनी प्लांट का व्यापार करने वालों को आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।