NHAI News: 1 अप्रैल से लागू होंगी नई टोल दरें, इन हाईवे पर होगा सबसे ज्यादा असर?
अप्रैल की शुरुआत के साथ ही आपकी जेब पर एक और भार बढ़ने वाला है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने टोल टैक्स (Toll Tax) में बढ़ोतरी करने की तैयारी पूरी कर ली है जिससे हाईवे पर सफर करना महंगा हो सकता है। लखनऊ-सीतापुर रोड समेत देशभर के कई राष्ट्रीय राजमार्गों पर टोल दरें बढ़ाई जा सकती हैं। यदि आप रोज़ाना हाईवे का इस्तेमाल करते हैं तो अब आपको अपनी जेब पहले से ज्यादा ढीली करनी पड़ेगी।
1 अप्रैल से लागू होंगी नई टोल दरें
अगर आप अपनी गाड़ी में सफर करने के शौकीन हैं और अक्सर हाईवे (Highway) पर ड्राइव करते हैं तो यह खबर आपके लिए बेहद अहम है। 1 अप्रैल 2025 से नई टोल दरें लागू होने जा रही हैं, जिससे टोल टैक्स में 10% तक की बढ़ोतरी हो सकती है।
यह बढ़ोतरी कार, जीप जैसे चार-पहिया वाहनों (Four-Wheeler) के अलावा ट्रक और बसों (Heavy Vehicles) के लिए भी लागू होगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक एनएचएआई हर साल टोल की दरों में संशोधन (Revision) करता है और इस बार भी यही होने वाला है।
एनएचएआई के परियोजना निदेशक सौरभ चौरसिया ने कहा कि यह बढ़ोतरी सालाना समीक्षा प्रक्रिया के तहत की जा रही है। इसके तहत 31 मार्च की मध्यरात्रि से पहले नई टोल दरों की घोषणा हो सकती है। इस बदलाव के बाद लखनऊ-सीतापुर हाईवे (Lucknow-Sitapur Highway) समेत देशभर के कई हिस्सों में टोल दरें बढ़ जाएंगी।
किन हाईवे पर होगा सबसे ज्यादा असर?
हालांकि टोल टैक्स बढ़ोतरी (Toll Tax Hike) पूरे देश में लागू होगी, लेकिन इसका सबसे ज्यादा असर कुछ महत्वपूर्ण राजमार्गों पर देखा जाएगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, लखनऊ-सीतापुर रोड, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे, यमुना एक्सप्रेसवे, और मुंबई-पुणे हाईवे समेत कई अन्य प्रमुख सड़कों पर टोल शुल्क बढ़ने की संभावना है।
अगर आप इन हाईवे पर रोज़ाना सफर करते हैं, तो अब आपको टोल (Toll) के लिए अधिक पैसा देना होगा। उदाहरण के तौर पर, लखनऊ से सीतापुर तक कार से सफर करने वाले लोगों को पहले के मुकाबले 10 से 15 रुपये ज्यादा चुकाने पड़ सकते हैं, जबकि ट्रक और बसों के लिए यह बढ़ोतरी और ज्यादा होगी।
महंगाई पर पड़ेगा सीधा असर
टोल टैक्स बढ़ने का असर सिर्फ हाईवे पर चलने वाले वाहन चालकों तक सीमित नहीं रहेगा बल्कि यह आम लोगों की जेब पर भी भारी पड़ेगा। जब टोल शुल्क बढ़ता है तो ट्रांसपोर्ट (Transport) से जुड़ी सेवाएं भी महंगी हो जाती हैं। लॉजिस्टिक्स (Logistics) सेक्टर में खर्च बढ़ने से रोजमर्रा की चीजों के दाम भी ऊपर जा सकते हैं।
ट्रक और बस ऑपरेटर्स (Bus Operators) पहले से ही ईंधन के बढ़ते दामों से परेशान हैं। अब टोल टैक्स में बढ़ोतरी होने से वे अपने खर्चे को पूरा करने के लिए किराए में इजाफा कर सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो यात्रियों को लंबी दूरी की बसों के टिकट (Bus Ticket) के लिए अधिक पैसे देने पड़ सकते हैं।
राजस्व बढ़ाने के लिए NHAI की रणनीति
एनएचएआई टोल टैक्स बढ़ाकर अपने राजस्व (Revenue) को बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। पिछले कुछ वर्षों में सड़क निर्माण (Road Construction) और मेंटेनेंस (Maintenance) पर खर्च काफी बढ़ गया है। ऐसे में सरकार को सड़कों की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए टोल दरों में बढ़ोतरी करनी पड़ रही है।
एनएचएआई अधिकारियों का कहना है कि यह बढ़ोतरी बहुत ज्यादा नहीं होगी बल्कि संतुलित (Balanced) तरीके से की जाएगी ताकि आम जनता पर बहुत ज्यादा भार न पड़े। हालांकि वाहन चालकों और ट्रांसपोर्ट सेक्टर से जुड़े लोग इस फैसले से नाराज हैं क्योंकि इससे उनके मासिक खर्चे पर असर पड़ेगा।