Post Office: आजकल, सुरक्षित निवेश के लिए हर कोई एक विकल्प चाहता है जो न केवल रिटर्न दे, बल्कि उसके निवेश को भी सुरक्षित रखे। ऐसे में सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है। यह योजना विशेष रूप से 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के नागरिकों के लिए बनाई गई है, जो रिटायरमेंट के बाद स्थिर आय और वित्तीय सुरक्षा चाहते हैं। भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे इस कार्यक्रम में निवेश करने से आपको न केवल अच्छा रिटर्न मिलता है, बल्कि आपका पैसा भी पूरी तरह से सुरक्षित रहता है।
पात्रता
60 वर्ष या उससे अधिक उम्र के नागरिक इस योजना में निवेश कर सकते हैं। 55-60 वर्ष की आयु के लोग, यदि उन्होंने स्वैच्छिक या अनिवार्य सेवानिवृत्ति (VRS) ली हो, तो वे योजना में निवेश कर सकते हैं, बशर्ते कि वे सेवानिवृत्ति के 1 महीने के भीतर निवेश करें। केवल भारतीय नागरिक इस योजना में निवेश कर सकते हैं।
अवधि और ब्याज दर
योजना की अवधि 5 वर्ष होती है, जिसे 3 वर्ष के लिए बढ़ाया जा सकता है। वर्तमान ब्याज दर 8.2% प्रति वर्ष (FY 2024-25) है। ब्याज का भुगतान त्रैमासिक आधार पर किया जाता है।
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम के फायदे
SCSS अन्य बचत योजनाओं और फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) की तुलना में अधिक ब्याज प्रदान करता है, जो वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक आकर्षक विकल्प बनाता है।चूंकि यह योजना सरकार द्वारा समर्थित है, इसमें निवेश करने से आपका पैसा सुरक्षित रहता है। यह योजना नियमित त्रैमासिक ब्याज भुगतान के रूप में आय प्रदान करती है, जो रिटायरमेंट के बाद बुजुर्गों के लिए एक स्थिर आय स्रोत बनती है।निवेश पर आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत छूट मिलती है (अधिकतम 1.5 लाख तक)। हालांकि, ब्याज पर टैक्स लगता है, लेकिन फिर भी यह एक लाभकारी योजना है।
क्यों चुनें सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS)?
SCSS एक सरकारी योजना होने के कारण इसकी सुरक्षा सुनिश्चित है। त्रैमासिक ब्याज भुगतान से आपको नियमित आय मिलती रहती है। आप इस योजना में निवेश कर कर छूट का लाभ उठा सकते हैं। इसलिए, यदि आप एक वरिष्ठ नागरिक हैं और अपनी रिटायरमेंट के बाद वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करना चाहते हैं, तो सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम आपके लिए एक तगड़ा ऑप्शन है।