Punjabi Bagh Flyover: पंजाबी बाग फ्लाईओवर को 20 दिसंबर के बाद वाहन चालकों के लिए खोल दिया जाएगा, जिससे दिल्ली के यातायात की स्थिति में सुधार होगा। यह फ्लाईओवर उत्तरी दिल्ली को दक्षिण दिल्ली, गुरुग्राम और NCR के अन्य हिस्सों से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
पंजाबी बाग फ्लाईओवर
पंजाबी बाग फ्लाईओवर का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है और इसे अब जल्द ही वाहन चालकों के लिए खोल दिया जाएगा। यह फ्लाईओवर मुख्य रूप से उत्तरी दिल्ली से दक्षिण दिल्ली, गुरुग्राम और एनसीआर के अन्य हिस्सों में बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। इसके चालू होने से रिंग रोड पर ट्रैफिक जाम की समस्या काफी हद तक कम हो जाएगी और यात्रा में गति आएगी।
फ्लाईओवर के निर्माण के लाभ
पंजाबी बाग फ्लाईओवर के चालू होने के बाद धौलाकुआं से आजादपुर तक का करीब 18 किलोमीटर लंबा रिंग रोड का स्ट्रेच सिग्नल फ्री हो जाएगा, जिससे यातायात की गति में सुधार होगा। यह फ्लाईओवर पंजाबी बाग क्षेत्र को उत्तर दिल्ली, दक्षिण दिल्ली, गुरुग्राम और एनसीआर के अन्य हिस्सों से जोड़ेगा, जिससे सफर करना और भी आसान हो जाएगा।
फ्लाईओवर के निर्माण से हर साल 1.6 लाख टन कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी और 18 लाख लीटर ईंधन की बचत होगी, जो पर्यावरण के लिए फायदेमंद साबित होगा। रिंग रोड पर निर्माण कार्य के कारण अक्सर ट्रैफिक जाम की समस्या उत्पन्न होती थी, जिसे अब इस फ्लाईओवर के माध्यम से हल किया जा सकेगा।
फ्लाईओवर के निर्माण में आई चुनौतियाँ
पंजाबी बाग फ्लाईओवर का निर्माण शुरू होने से पहले कुछ चुनौतियां भी सामने आई थीं। दिल्ली हाईकोर्ट से अनुमति न मिलने के कारण फिलहाल फ्लाईओवर की केवल दो लेन खोली जा रही हैं। इस फ्लाईओवर के कैरिजवे पर राजा गार्डन से ईएसआई अस्पताल की ओर जाने वाले मार्ग के डिवाइडर पर पेड़ हैं, जिसके कारण निर्माण कार्य में देरी हुई है।
ट्रैफिक जाम को खत्म करने के लिए दिल्ली सरकार के प्रयास
दिल्ली सरकार ने 2018 में शहर को ट्रैफिक जाम से निजात दिलाने के लिए 77 हॉटस्पॉट्स चिन्हित किए थे। इन हॉटस्पॉट्स पर फ्लाईओवर, अंडरपास और सड़क के डिजाइन को नया रूप देने के लिए कई योजनाओं पर काम चल रहा है। यूनिफाइड ट्रैफिक एंड ट्रांसपोर्टेशन इंफ्रास्ट्रक्चर (UTTIPEC) ने मार्च 2021 में इस परियोजना को मंजूरी दी थी।