बंद पड़े AC से आ रही थी अजीब आवाज़ें, एयर कंडीशनर खोलते ही दिखा खौफनाक मंजर, परिवार में मचा हड़कंप
एक परिवार के लिए बीते कुछ दिन किसी डरावने सपने से कम नहीं थे। उनके घर में लगे एयर कंडीशनर (Air Conditioner) से लगातार अजीबोगरीब आवाजें आ रही थीं। पहले तो उन्होंने इसे नजरअंदाज किया फिर सोचा कि शायद कोई छिपकली (Lizard) या छोटा कीड़ा अंदर फंस गया होगा। लेकिन जब आवाजें तेज होने लगीं और हलचल भी महसूस हुई तो पूरा परिवार परेशान हो गया। डरते-डरते उन्होंने तुरंत एक पेशेवर सांप पकड़ने वाले एक्सपर्ट किरण को बुलाया।
एयर कंडीशनर खोलते ही दिखा खौफनाक मंजर
जैसे ही किरण मौके पर पहुंचे उन्होंने परिवार से पूरी बात सुनी और एयर कंडीशनर खोलने की तैयारी करने लगे। जैसे ही उन्होंने एसी का कवर हटाया वहां मौजूद सभी लोगों की सांसे थम गईं। एसी के अंदर बिजली के तारों (Electric Wires) से लिपटे हुए आठ छोटे-छोटे सांप दिखे। ये देखकर पूरा परिवार दहशत में आ गया और लोग घबराकर पीछे हट गए।
पाम स्नेक प्रजाति के निकले सांप
किरण ने सांपों को ध्यान से देखा और बताया कि ये पाम स्नेक (Palm Snake) प्रजाति के सांप हैं। ये सांप जहरीले नहीं होते लेकिन अगर इन्हें खतरा महसूस होता है तो ये खुद को बचाने के लिए हमला कर सकते हैं। आमतौर पर ये सांप ताड़ (Palm Tree) और नारियल के पेड़ों में पाए जाते हैं लेकिन एसी में सांपों का निकलना किसी के भी रोंगटे खड़े कर सकता है।
मादा सांप ने दिए थे अंडे
सांप पकड़ने वाले किरण ने बताया कि यह मामला और भी हैरान करने वाला था क्योंकि इन सांपों की मां ने एयर कंडीशनर के अंदर ही अंडे दे दिए थे। अब उन अंडों से बच्चे बाहर आ चुके थे और उनमें से आठ छोटे सांप एसी में ही रह रहे थे। इनकी लंबाई करीब एक फुट थी लेकिन सही माहौल मिलने पर ये दो फीट तक बढ़ सकते हैं।
घरवालों के लिए डरावना अनुभव
घर के सदस्यों के लिए यह अनुभव बेहद डरावना था। परिवार के मुखिया रमेश कुमार ने बताया शुरुआत में तो हमें लगा कि कोई चूहा या छिपकली होगी लेकिन जब हमने हलचल महसूस की तो डर गए। शुक्र है कि हमने सांप पकड़ने वाले को बुलाया वरना स्थिति और बिगड़ सकती थी।
कैसे पहुंचे सांप एयर कंडीशनर तक?
विशेषज्ञों के अनुसार बारिश के मौसम (Monsoon Season) में सांप अक्सर सूखी और गर्म जगहों की तलाश करते हैं। एयर कंडीशनर की बाहरी यूनिट (Outdoor Unit) के जरिए ये सांप अंदर पहुंच सकते हैं। कई बार एसी की ग्रिल (Grill) या पाइप (Pipes) के जरिए छोटे जीव-जंतु अंदर आ जाते हैं और फिर वहीं बस जाते हैं।