Haryana News: गुरुग्राम जिले में प्रदूषित हवा से राहत देने के लिए 31 दिसंबर के बाद डीजल ऑटो के संचालन पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा। नए साल से गुरुग्राम में केवल सीएनजी और इलेक्ट्रिक ऑटो चलाने की अनुमति होगी। वर्तमान में, अधिकांश यात्रियों को बैठने के लिए जिले में 1015 डीजल ऑटो चलाए जा रहे हैं।
अब डीजल ऑटो पर कार्रवाई करते समय सभी ऑटो को जब्त कर लिया जाएगा, बैठक में अधिकारियों को संबोधित करते हुए डीसी अजय कुमार ने कहा कि यातायात प्रणाली किसी भी शहर की छवि को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) द्वारा 30 नवंबर 2022 को जारी आदेशों के अनुसार, एनसीआर क्षेत्र की सड़कों से डीजल ऑटो को हटाने के लिए अलग-अलग समयसीमा निर्धारित की गई है।
गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद और गौतम बुद्ध नगर जिलों के लिए समय सीमा 31 दिसंबर, 2024। आसपास के अन्य जिलों के लिए समयसीमा 31 दिसंबर, 2025 तक तय की गई है। अब ऐसे डीजल वाहनों को जब्त कर लिया जाएगा।
अब तक 80 से अधिक ऑटो जब्त करने वाले क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण के सचिव और SDM रवींद्र कुमार ने कहा कि कि वर्तमान में जिले में सभी प्रकार के ईंधन से चलित ऑटो की संख्या 38 हजार 400 है। इसमे डीजल ऑटो की संख्या 1015 है।
उन्होंने बताया कि एनजीटी के मेंडेट के तहत जिला में 1 जनवरी 2023 से डीजल ऑटो का पंजीकरण नही किया जा रहा है। सड़कों से डीजल ऑटो हटाने के प्रक्रिया के तहत अब तक 80 से अधिक ऑटो को जब्त किया गया है।