हरियाणा के सिरसा के गांव रंगा के पास दर्दनाक हादसा हो गया। घग्गर नदी पुल से उतरसे समय धान से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली अनियंत्रित होकर पलट गई। इसकी वजह से किसान मुरारी लाल की नीचे दबने से मौत हो गई। राहगीरों ने बड़ी मुश्किल से किसान को बाहर निकाली लेकिन तब तक किसान की गर्दन टूटने से मौत हो चुकी थी।
ढ़ाई एकड़ जमीन का मालिक था
मृतक की पहचान 26 वर्षीय मुरारी लाल के रुप में हुई है। वह अलीका से पनिहारी रोड पर स्थित ढाणी में रहता था। मुरारी लाल मसाहिबवाला के पास शेलर में धान बेचने के लिए गया था। उसके चचेरे भाई राजेंद्र ने बताया कि मुरारी लाल के पास ढाई एकड़ की जमीन थी और 3 एकड़ ठेके पर ली हुई थी। दोनों शुक्रवार को पीआर धान लेकर मुसाहिबवाला सेलर में पहुंचे। क्योंकि सिरसा मंडी उठान की वजह से बंद थी और धान नहीं बिक रहा था।
नहीं बिका धान, वापस लाते समय हादसा
इस पर उन्होंने अपना धान बेचने से इनकार कर दिया। दिनभर धान न बिकने के कारण रात 9:00 बजे जब वह अपने घर लौट रहा था तो रंगा में घग्गर नदी के पुल के पास पहुंचा तो ढलान पर अचानक उसका ट्रैक्टर ट्राली असंतुलित होकर नीचे खेतों में पलट गया। इससे उसकी मौत हो गई। ट्राली से धान खेतों में बिखर गया।
लाइन लगी होने की वजह से पहले 3 बजे उनसे कहा गया कि धान में ज्यादा नमी है। फिर दूसरी बार शाम को 250 रुपये प्रति क्विंटल पर धान खरीदा जाएगा। दिनभर धान नहीं बिकने की वजह से रात 9 बजे वह अपने घर लौट रहा था तो रंगा में घग्गर नदी पुल के पास पहुंचा तो ढलान पर अचानक उसका ट्रैक्टर ट्राली असंतुलित होकर नीचे खेतों में पलट गया। इससे उसकी मौत हो गई। ट्राली से धान खेतों में बिखर गया।
पुरे परिवार में पसरा मातम
मुरारी लाल की शादी हो चुकी है। उसके पिता रामचंद्र की मौत हो चुकी है। अब इस हादसे के बाद बुजुर्ग मां, पत्नी, और दो बेटियां रह गई। तीन बहने हैं, जिसकी पहले शादी कर दी गई थी।