गेहूं की कीमतों में फिर से आई तूफ़ानी तेजी, नए रेट सुनकर किसानों के चेहरों पर आई मुस्कान
विशेषज्ञों का कहना है कि कमोडिटी बाजार में निवेश करने वालों, खास तौर पर गेहूं (Wheat) के व्यापार से जुड़े लोगों के लिए अगले कुछ सप्ताह बेहद महत्वपूर्ण होने वाले हैं। अगर आप सस्ते दरों (low prices) पर गेहूं खरीदना चाहते हैं, तो आपको थोड़ा और इंतजार करना होगा। एक-दो हफ्ते के भीतर ही बाजार में ऐसी स्थिति बन सकती है जब निवेशक उचित दामों पर गेहूं की खरीदारी (Wheat Buying) कर सकें।
क्यों अलग है यह सीजन?
इस साल का गेहूं बाजार अन्य वर्षों से अलग है। पिछले साल भारी कमी (shortage) की वजह से इस साल उत्पादन और सप्लाई पर खास नजर रखी जा रही है। गेहूं का भाव (Wheat Price) हाल ही में ₹2800 प्रति क्विंटल के स्तर को छूकर अब और ऊपर की ओर बढ़ रहा है।
पिछले सीजन के खत्म होते ही गेहूं की कीमतों में इज़ाफा (price hike) शुरू हो गया था और अभी तक यह सिलसिला जारी है। आमतौर पर मार्च 15 के बाद गेहूं के भाव में गिरावट देखने को मिलती है लेकिन इस बार बाजार में मजबूती (Market Strength) बनी हुई है, जिससे व्यापारियों और उपभोक्ताओं दोनों की चिंता बढ़ गई है।
खराब मौसम के चलते उत्पादन प्रभावित
विशेषज्ञों के अनुसार इस बार गेहूं की कीमतों में तेजी के पीछे प्रमुख कारण वैश्विक मौसम परिवर्तन (Global Weather Change) है। भारत समेत दुनिया के प्रमुख गेहूं उत्पादक देशों (wheat-producing countries) में खराब मौसम के चलते उत्पादन प्रभावित हो सकता है। अमेरिका और कनाडा में बर्फबारी और सूखा (Snowfall & Drought) दोनों ही गेहूं उत्पादन पर असर डाल रहे हैं। यूरोप में अत्यधिक बारिश (Excessive Rainfall) और बाढ़ के चलते फसलें खराब हो रही हैं, जबकि ऑस्ट्रेलिया में भीषण गर्मी (Heatwave in Australia) ने फसल उत्पादन घटा दिया है।
वैश्विक कीमतों में भारी उतार-चढ़ाव
रूस और यूक्रेन संकट (Russia-Ukraine Conflict) गेहूं की वैश्विक कीमतों में भारी उतार-चढ़ाव ला रहा है। रूस, जो दुनिया के सबसे बड़े गेहूं निर्यातकों में से एक है, उस पर लगे नए व्यापारिक प्रतिबंध (Trade Sanctions) बाजार में अस्थिरता पैदा कर सकते हैं। यूक्रेन का गेहूं निर्यात (Ukraine Wheat Export) भी प्रभावित हुआ है, जिससे वैश्विक आपूर्ति बाधित हो सकती है। इन हालातों के चलते गेहूं के दाम (Wheat Rates) ऊपर जा सकते हैं और भारत में भी इसके असर देखने को मिल सकते हैं।
भारत में गेहूं के दाम पर असर
भारत में दिल्ली मंडी (Delhi Mandi) में पिछले दो दिनों में ₹40 प्रति क्विंटल की तेजी देखी गई। आज नया गेहूं ₹2840 प्रति क्विंटल के स्तर पर खुला। इस तेजी की वजह अंतरराष्ट्रीय बाजार में आपूर्ति की कमी (Supply Shortage in Global Market) को बताया जा रहा है।