Delhi traffic issue: अगर सब कुछ ठीक रहा तो c का पहला सेक्शन इसी साल दिसंबर तक खुल जाएगा। दिल्ली के अक्षरधाम से शुरू होने वाला यह एक्सप्रेसवे ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे तक जाता है। यह एक्सप्रेसवे 32 किलोमीटर लंबा होगा। अनुमान लगाया जा रहा है कि इस रूट के शुरू होने के बाद दिल्ली और हरिद्वार के बीच की दूरी तय करने में 2 घंटे कम लगेंगे। इसके अलावा दिल्ली और ऋषिकेश के बीच लगने वाला समय भी घटकर 3 घंटे रह जाएगा।
19 किलोमीटर का हिस्सा एलिवेटेड होगा
यह रोड दिल्ली में गीता कॉलोनी, शास्त्री पार्क, सोनिया विहार और उत्तर प्रदेश में विजय विहार, कासिम विहार और मंडोला से होकर गुजरेगी। गीता कॉलोनी, खजूरी खास, मंडोला और पंचगांव घनी आबादी वाले इलाके हैं। यही वजह है कि 19 किलोमीटर तक की रोड को इस आबादी से ऊपर एलिवेटेड बनाया जाएगा। दिल्ली में इस एक्सप्रेसवे का इस्तेमाल करने वाले लोगों को टोल टैक्स नहीं देना पड़ेगा। यहां बनेंगे एंट्री और एग्जिट प्वाइंट
राष्ट्रीय राजधानी से यूपी जाने वाले यात्रियों को 6 लेन वाले एक्सप्रेसवे पर अक्षरधाम, गीता कॉलोनी, शमशान घाट, सोनिया विहार, विजय विहार और मंडोला में बने एंट्री प्वाइंट का इस्तेमाल करना होगा। इसी तरह खजूरी चौक, सोनिया विहार, विजय विहार और मंडोला में इसके एग्जिट प्वाइंट बनाए जाएंगे। इसी तर्ज पर यूपी से दिल्ली आने वाले लोगों के लिए मंडोला, विजय विहार और पांचवा पुश्ता में एंट्री प्वाइंट बनाए जाएंगे। वहीं, मंडोला, लोनी, विजय विहार, उस्मानपुर, शमशान घाट, गीता कॉलोनी और अक्षरधाम में एग्जिट प्वाइंट बनाए जाएंगे।
दिल्ली और देहरादून के बीच की दूरी कम हो जाएगी
इस एक्सप्रेसवे के बनने के बाद दिल्ली और देहरादून के बीच की दूरी 29 किलोमीटर कम हो जाएगी। अभी यह दूरी 249 किलोमीटर है। इस कॉरिडोर के बनने के बाद यह दूरी घटकर 210 किलोमीटर रह जाएगी। आपको बता दें कि इसे बनाने की डेडलाइन दिसंबर 2024 तय की गई है। लेकिन यूपी वाले हिस्से में कुछ रुकावटों की वजह से यह तय समय पर पूरा होता नहीं दिख रहा है। इस एक्सप्रेसवे पर एशिया का सबसे लंबा वाइल्डलाइफ कॉरिडोर भी बनाया जाएगा। इस कॉरिडोर के बनने के बाद इसके नीचे जंगली जानवर आराम से घूम सकेंगे और इसके ऊपर वाहन चल सकेंगे।