Sirsa Internet Service Ban: हरियाणा के सिरसा में आज डेरा जगमालवाली के संत बहादुर चंद वकील साहिब की अंतिम अरदास और भोग कार्यक्रम होगा। इसको लेकर पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है और विवाद की आंशका के चलते जिले में बुधवार शाम 5 बजे से ही इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया है, जो गुरुवार रात 12 बजे तक बाधित रहेगी। कहा जा रहा है कि सुरक्षा के दृष्टि से डेरे में पुलिस की 8 टीम और आरएएफ की एक कंपनी तैनात की गई है। ताकि, किसी भी तरह की कोई झड़प न हो।
दरअसल, वकील साहिब की अंतिम अरदास को लेकर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। वहीं, वकील साहब के निधन के बाद खड़े हुए सवालों को लेकर डेरा के ट्रस्टी और मुख्य सेवक महात्मा वीरेंद्र पहली बार मीडिया से बात की। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि जो भी सवाल उठ रहे हैं। उनकी निष्पक्ष जांच के लिए वे खुद सहमत हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में केंद्र और हरियाणा सरकार की एजेंसियों से निष्पक्ष जांच करें। ताकि डेरा के श्रद्धालुओं में जो गलत भ्रांतियां फैलाकर डेरा को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है, उन पर विराम लगाया जा सके।
महात्मा वीरेंद्र ने कहा कि जिनका डेरा से कभी कोई संबंध नहीं रहा वे लोग आकर डेरा को बदनाम कर रहे हैं। जिनके बहकावे में साध-संगत को नहीं आना चाहिए। उन्होंने कहा कि 8 अगस्त को वकील साहिब के निमित रखे गए भोग में संगत सिमरन करेगी। उन्होंने कहा कि गोरीवाला के एक डेरा में रहने वाले चांद सिंह और कुछ लोग हमेशा डेरा जगमालवाली के खिलाफ रहे हैं।
नहीं है डेरा में कोई अलमारी
खबरों की मानें, तो महात्मा वीरेंद्र ने कहा कि डेरा में कोई अलमारी नहीं है। संत जमीन पर सोते थे वे और प्रकार के फकीर थे। जब वह उनके पास आए थे, तो उनकी उम्र मात्र 13 साल की थी। उन्होंने कहा कि उस समय संत 16-16 घंटे की तपस्या करते थे तो वह और अन्य साथी मुस्तैद रहते थे ताकि संतों को कोई दिक्कत परेशानी न हो। वहीं संत वकील साहिब के भतीजे विष्णु ने कहा कि लोगों को संत का हुक्म मानना चाहिए। संत जो करके गए है वो ठीक है। लोगों को गलत लोगों की बात में नहीं आना चाहिए क्योंकि हम संतों की संगत है। विष्णू ने महात्मा गुरप्रीत को गद्दी देने पर कहा इसमें डेरा को कोई आदमी नहीं था।
हाईकोर्ट ने डेरा की सुरक्षा को लेकर दिया ये निर्देश
बता दें कि पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने हरियाणा पुलिस को निर्देश दिया है कि वह हरियाणा के सिरसा जिले में श्री शाह मस्ताना बलूचिस्तानी आश्रम डेरा जगमालवाली के प्रमुख के गुरु की ‘रसम पगड़ी’ के दौरान गुरुवार को सिरसा में कानून एवं व्यवस्था बनाए रखे। 70 साल पहले स्थापित डेरा के उत्तराधिकार को लेकर पहले ही विवाद छिड़ चुका है। हाईकोर्ट ने आदेश में प्रदेश सरकार और कुछ व्यक्तियों को नोटिस जारी किया है। इस नोटिस में बीरेंद्र सिंह की ओर से दायर की गई याचिका पर जवाब मांगा गया है।