Haryana News: हरियाणा के गुरुग्राम में पानी की बर्बादी को लेकर जिला प्रशासन एक्शन में आ गया है। अब शहर में पानी बर्बाद करने वालों पर 5000 रुपये का जुर्माना लगाने का फैसला लिया है।
दरअसल शहर में लोग जगह जगह अपनी गाड़ियों को धोने के लिए भारी मात्रा में पानी की बर्बादी करते हैं। इसको लेकर अब जिला प्रशासन ने सख्त एक्शन लिया है। अगर कोई इस प्रकार से पानी की बर्बादी करता है तो उनपर जुर्माना लगाया जाएगा।
गुरुग्राम नगर निगम ने यह फैसला उन लोगों के लिए लिया है जो कार धोने में साफ पानी बर्बाद करते हैं। उम्मीद है कि इस नियम के लागू होने के बाद शहर के अधिकांश हिस्सों की पानी की समस्या दूर हो जायेगी. गौरतलब है कि इससे पहले बेंगलुरु में भी साफ पानी से कार धोने वालों पर 5,000 रुपये का जुर्माना लगाने का प्रावधान था.
5 हजार रुपये का जुर्माना
इस बारे में जानकारी देते हुए, गुरुग्राम नागरिक निकाय ने कहा कि सुबह 5 बजे से 9 बजे के बीच पीने योग्य पानी से वाहन धोने वालों पर नगर निगम द्वारा 5,000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। अगर कोई दोबारा इस कानून को तोड़ता है तो उसके घर का पानी का कनेक्शन भी काटा जा सकता है. इसके अलावा व्यक्ति को जुर्माने के तौर पर 5,000 रुपये और देने होंगे. साथ ही पानी का कनेक्शन लेने के लिए 1,000 रुपये अलग से चुकाने होंगे.
अवैध कार वॉशिंग सेंटर बंद होंगे
गुरुग्राम नगर निकाय के मुताबिक, सप्लाई लाइन में लगातार मोटर और पंप लगाए जाने के कारण शहर के कई इलाकों में पानी की कमी हो गई है. इस बारे में जानकारी देते हुए नगर निगम आयुक्त नरहरि सिंह बांगड़ ने बताया कि शहर भर में चल रहे अवैध कार वॉशिंग सेंटरों का पता लगाकर उन्हें बंद कराया जाएगा. इसके अलावा उनका पानी का कनेक्शन भी काट दिया जाएगा. आपको बता दें कि यह नियम कर्नाटक जल आपूर्ति और सीवर बोर्ड ने मार्च 2024 में लागू किया था।
दरअसल, राजधानी बेंगलुरु में पानी की कमी की खबर सामने आने के बाद यह फैसला लिया गया. बेंगलुरु में भूजल स्तर सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया था. इसी वजह से स्थानीय नगर निकाय द्वारा पीने योग्य पानी से कार धोने वालों के खिलाफ 5,000 रुपये का जुर्माना लगाने का प्रावधान किया गया था.