Haryana Weather : हरियाणा में मानसून की रफ्तार फिर से तेज हो गई है जिससे भारी बारिश होने की संभावना है। पीछे मानसून से कई जगह तेज बरसाथ हुई थी जिससे बाढ़ जैसे हालत हो गये थे। लेकी वही कुछ जगह मानसून आने का इतना ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ा था।
हरियाणा में मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है। पिछले 3 दिनों में हुई बारिश ने प्रदेश के अधिकांश जिलों को कवर किया है। मौसम विभाग के अनुसार 7 दिन बारिश जारी रह सकती है। हालांकि, 31 अगस्त से 1 सितंबर तक बारिश कुछ कम होने के आसार हैं। लेकिन 2 सितंबर से फिर बारिश बढ़ने लगेगी। 2 सितंबर को प्रदेश के 8 जिलों में भारी बारिश का यलो अलर्ट भी जारी किया है।
प्रदेश में 1 अगस्त से अब तक 177.9 MM बरसात हो चुकी है, जबकि सामान्य बारिश 140.8 MM होती है, यानी सामान्य से 26 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है।
मौसम विभाग ने 2 सितंबर को प्रदेश के 8 जिलों में भारी बरसात होने का Yellow Alert जारी किया है। इनमें यमुनानगर, करनाल, गुरुग्राम, नूंह, पलवल, फरीदाबाद, सोनीपत और पानीपत जिले शामिल हैं।
हरियाणा में 8 जिले ऐसे रहे, जहां 24 घंटे में झमाझम बारिश हुई। बारिश से कई जगह जलभराव हो गया। कई इलाकों में घंटों बिजली गुल हो गई।
हरियाणा के 16 जिलों में मानसून की बारिश सामान्य से कम हुई है। कैथल, करनाल और पंचकूला जिले तो ऐसे हैं, जहां सामान्य से आधी बारिश भी नहीं हाे पाई। हिसार, जींद, यमुनानगर, पलवल और रोहतक जिलों में सामान्य से 30 प्रतिशत से भी कम बारिश हो पाई है।
हरियाणा में जुलाई में इस बार 5 सालों में सबसे कम बारिश हुई है। आंकड़ों को देखे तो 2018 में 549 MM बारिश हुई थी। 2019 में 244.8, 2020 में 440.6, 2021 में 668.1, 2022 में 472, 2023 में 390 और 2024 में 97.9 MM ही बारिश रिकॉर्ड की गई है।