Kisaan News : भारत में किसान को अन्नदाता कहा जाता है क्योंकि वह खेती में दिन रात मेहनत करके देश का पेट भरने का काम करता है। देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी किसानों द्वारा उगाई गई फसलों का निर्यात किया जाता है। किसान देश की रीढ़ की हड्डी की तरह काम करता है।
अगर शरीर की रीढ़ की हड्डी मजबूत होगी तो हम भी किसी भी कार्य को मजबूती के साथ पूरा कर सकते है। इसी तरह देश के किसानों का भी मजबूत होना बेहद जरूरी है ताकि वे तरह तरह की फसलों की खेती करते रहें।
इसी बात को ध्यान में रखते हुए PM मोदी सरकार ने भी किसानों के लिए अनेक स्कीमें चलाई है ताकि देश का किसान आर्थिक रूप से भी मजबूत बन सके।
मोदी सरकार ने किसानों की आय बढ़ाने के लिए सोमवार को कृषि और संबद्ध क्षेत्रों के समग्र विकास के लिए करीब 14,000 करोड़ रुपये के 7 बड़े प्रोजेक्ट की घोषणा की है। इसके लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल ने कृषि क्षेत्र से संबंधित 7 बड़े कार्यक्रमों को मंजूरी दी है। जिनमें 2,817 करोड़ रुपये का डिजिटल कृषि मिशन और फसल विज्ञान के लिए 3,979 करोड़ रुपये की योजना समेत कई अन्य योजनाएं शामिल है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ‘प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने किसानों के जीवनस्तर को बेहतर बनाने और उनकी आय बढ़ाने के लिए 13,966 करोड़ रुपये की कुल लागत वाली 7 योजनाओं को मंजूरी दी गई है। इसकी जानकारी केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दी है।
इन व्यापक कृषि कार्यक्रमों का उद्देश्य किसानों की आय बढ़ाना है। इन कार्यक्रमों का ध्यान मुख्य रूप से कृषि क्षेत्र में अनुसंधान और शिक्षा, जलवायु बदलाव से तालमेल बैठाने, प्राकृतिक संसाधनों के प्रबंधन और डिजिटलीकरण के साथ बागवानी और पशुधन क्षेत्रों के विकास पर होगा।